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कम प्लेटलेट काउंट: क्या आप कम प्लेटलेट काउंट की समस्या का सही उपचार जानते हैं?

कम प्लेटलेट काउंट: क्या आप कम प्लेटलेट काउंट की समस्या का सही उपचार जानते हैं?

शरीर में प्लेटलेट्स एक महत्वपूर्ण घटक होते हैं जो  चोट लगने के दौरान हमारे रक्त को जमने में मदद करते हैं। प्लेटलेट्स या थ्रॉम्बोसाइट्स का संकेत यदि शरीर में कम होने लगे, तो यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। इस ब्लॉग में, हम प्लेटलेट्स के कम होने के लक्षणों के बारे में बात करेंगे, ताकि आप अपने स्वास्थ्य को सही समय पर समझ सकें और उपचार की दिशा में कदम उठा सकें।

यह जानने के लिए पढ़ें


प्लेटलेट्स क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स कम होने के मुख्य कारण क्या हैं ?
प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण? 
निदान और उपचार?

 

 

प्लेटलेट्स क्या होते हैं?




प्लेटलेट्स या थ्रॉम्बोसाइट्स छोटे रंगीन रक्त कक्ष होते हैं, जो रक्त जमाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब हमारी शरीर में किसी जगह चोट लगती है, तो प्लेटलेट्स वहाँ जाकर खून को जमाने का काम करते हैं। ये रक्तशोधक प्रणाली का हिस्सा भी होते हैं जो रक्त संचालन को सुनिश्चित करते हैं।

 

प्लेटलेट्स कम होने के मुख्य कारण

 

खून की कमी (एनीमिया): यदि आपके शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी है, तो प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।

रक्त में नकारात्मक प्रभाव: कुछ दवाओं और रक्त उत्पादों का उपयोग करने से प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।

आयरन  की कमी: आयरन की कमी भी प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित कर सकती है।

संक्रामक बीमारियां: कुछ संक्रामक बीमारियां, जैसे कि डेंगू बुखार या मलेरिया, प्लेटलेट्स की कमी का कारण बन सकती हैं।



प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण


अत्यधिक थकान: प्लेटलेट्स की कमी के कारण अत्यधिक थकान का अहसास हो सकता है।

चिमटी जाना: जब प्लेटलेट्स की संख्या कम होती है, तो छोटी चोटी चिमटियां या पिपीलिकाएँ आसानी से निकल जाती हैं, जिससे रक्तस्राव हो सकता है।

सामान्य से अधिक ब्रूज़िंग: आपके शरीर पर आसानी से चोटें आ जाने के बावजूद वे बहुत आसानी से ब्रूज़ हो सकती हैं।

नाक और मूंह से ब्लीडिंग: यदि आपकी नाक और मूंह से आपको असामान्य रक्तस्राव होता है, तो यह प्लेटलेट्स की कमी का संकेत हो सकता है।

पेट में दर्द: प्लेटलेट्स की कमी के कारण पेट में दर्द भी हो सकता है।



निदान और उपचार


प्लेटलेट्स की कमी के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आपको ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत एक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। चिकित्सक आपके रक्त परीक्षण करके आपकी समस्या का सही निदान करेंगे और उपचार की सलाह देंगे।

प्लेटलेट्स की कमी को ठीक करने के लिए आपको आपके चिकित्सक के सुझावों का पालन करना होगा, और आपके रक्त की संख्या को बढ़ाने के लिए जरूरतानुसार दवाओं का सेवन करना हो सकता है।

प्लेटलेट्स की कमी को समय पर पहचानने और उपचार करने से आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं। ध्यान दें और नियमित चिकित्सक की सलाह लें। 

 

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प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के उपाय

  

नीचे सुझाये तरीकों से आप अपना प्लेटलेट्स काउंट बढ़ा सकते हैं

   

खानपान में सही पोषण


आपके आहार में पर्याप्त प्रमुख पोषक तत्व शामिल करें, जैसे कि फॉलिक एसिड, विटामिन B12, और आयरन। सब्जियां, फल, दालें, अंडे, और धूली मीट ये सभी प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद कर सकते हैं।

 

प्राकृतिक उपचार


कुछ प्राकृतिक उपचार भी प्लेटलेट्स को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि पपीते  का रस, गिलोय, अश्वगंधा, और गोखरू का सेवन।

 

दवाइयाँ


कुछ किस्म की दवाइयाँ डॉक्टर की सलाह पर ली जा सकती हैं, जैसे कि अंटी-प्लेटलेट दवाएँ या प्लेटलेट बढ़ाने वाली दवाएँ। अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित सटीक खुराक और एंटीबायोटिक लेने में सावधानी बरतें।

 

नियमित चेकअप


प्लेटलेट्स की गिनती को नियमित जांच करवाएं ताकि यदि कोई समस्या हो, तो उसे समय रहते पहचाना और उपचार किया जा सके।



खाद्य पदार्थ जो प्लेटलेट्स बढ़ाव के लिए उपयोगी होते हैं

  

फल और सब्जियां: फलों और सब्जियों में विटामिन C और A की अच्छी मात्रा मिलती है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद कर सकते हैं। अंगूर, संतरा, आम,अमरूद, ब्रोकली, गोभी, गाजर, आदि फलों और सब्जियों को खाने में शामिल करें।

 

दालें: मसूर, मूंग, चना दाल, और अरहर दाल में फोलेट और आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद कर सकती हैं।

 

दूध और दैहिक उत्पाद: दूध, पनीर, दही, और अन्य दैहिक उत्पादों में आयरन और विटामिन B12 की अच्छी मात्रा होती है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद कर सकती हैं।

 

ड्राइ फ्रूट्स: किशमिश, बादाम, और अखरोट में आयरन और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद कर सकती हैं।

 


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खाद्य पदार्थ जो प्लेटलेट्स की कमी को बढ़ा सकते हैं

  

विटामिन K युक्त खाद्य पदार्थ: विटामिन K के अधिश्राप को बढ़ा सकते हैं, इसलिए काली पत्तियों और सरसों का तेल की मात्रा को कम करें।

 

अल्कोहल: अल्कोहल प्लेटलेट्स के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसका सेवन कम करें या बंद करें।

 

बहुत अधिक कॉफीन युक्त पदार्थों की मात्रा को कम करें: कॉफीन प्लेटलेट्स के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है  जैसे कि चाय, कॉफ़ी, कोल्ड ड्रिंक इत्यादि।



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लंबे समय से प्लेटलेट्स में कमी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, हालाँकि, इसका इलाज आपके डॉक्टर द्वारा सुझाए गए उचित उपचार के साथ-साथ घर पर भी आसानी से किया जा सकता है। प्लेटलेट्स की कमी के समय, डॉक्टर की सलाह और नियमित चेकअप का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए  निर्देशों का पालन करें, ताकि आप स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

 

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